ये हिंदी टेक ब्लॉग कि आखिरी पोस्ट है आपके अस्वीकार किये जाने, अपनी टिप्पणियां और सुझाव न देने और आपके लिए उपयोगी ना होने कि वजह से ये ब्लॉग बंद करना पड़ रहा है ।


धन्यवाद् डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री “मयंक” का और रावेंद्र्कुमार रवि जी का जिनकी वजह से ये चोर ब्लॉग बंद करने विवश है ।

अगर आपको इस ब्लॉग से कुछ चाहिए तो अभी देख लीजिये आपके पास बस एक दो दिन का ही समय है ।

अगर कोई गलती हुई हो तो क्षमा कर दीजियेगा

आपका
नवीन प्रकाश

32 comments:

  1. ऐसा क्यों कर रहे है आप ,

    मैं तो रोज एक बार जरुर आपका ब्लॉग देखता था ,

    रही कमेन्ट वाली बात तो आपने ही कहा था कि पुराणी पोस्ट पर कमेन्ट ना करें ,

    तभी मैं कमेन्ट बहुत ही कम कर रहा था ,

    आप अपना ब्लॉग मत बंद करें नहीं तो मेरा क्या होगा जो कि

    सिर्फ आप के सहारे ही ब्लोगिंग कर रहा हूँ |


    आप अपना यह ब्लॉग कतई मत बंद करें,

    मैं तहे दिल से यह कह रहा हूँ,

    plz मेरी बातो पर गौर कीजियेगा,

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  2. रही कमेन्ट वाली बात तो मैं आप के हर पोस्ट पर जरुर कमेन्ट करूँगा|

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  3. ha ha ha


    bhai ye dunia he yaha har tarha ke log milte he

    kuch logo ki galti ki saja sare hindi jagat ko kyun dete ho

    muje aap ke blog se bahut kuch sikhane ko mila he issi liye me nahi chahta hu ki ye blog band ho

    aasha karta hu me aap jaldi se apna fesla badle nge or hame wapas aane ki khus khabri denge


    shekhar kumawat

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  4. कही आप हम लोगो को अप्रैल फूल तो नहीं बना रहे है ना?

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  5. ha sahi he har aadmi apni tarif sunna chahta he

    lagta he aap ko bhi usi ki aadat ho gai he

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  6. अगर आप अप्रैल फूल बनाना चाहते है तो मैं अप्रैल फूल बनाने को तैयार हूँ,

    लेकिन आप ब्लॉग मत बंद करना,

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  7. ये क्या बोल रहे हो शेखर जी कमेन्ट करने से हौसला बढ़ता है ,

    ना कि जो आप बलों रहे है|

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  8. This comment has been removed by the author.

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  9. भाई नवीन जी आपका निर्णय बिलकुल सही है :)
    -
    -
    आप इस वाले ब्लॉग को बंद करके 3 ब्लॉग और शुरू कर दीजिये !
    -
    -
    वैसे आपकी पोस्ट के शीर्षक पढ़ते ही "टंकी चढाओ-उतारो कमेटी" के सदस्य मदद हेतु तत्काल रवाना हो चुके हैं

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  10. मै एसे बहुत से ब्लॉग जानता हूँ जिसके लेखक बहुत बड़े विद्वान है | जिनकी पोस्ट पर एक भी टिप्पणी नहीं आती थी लेकिन उँ बलोगो पर विजिटर संख्या प्रती दिन कई हजार होती है | आप बंद करना चाहते है कोइ बात नहीं किसी को कोइ फर्क नहीं पडेगा | बहुत से ब्लॉग बंद हुए है लेकिन किन्ही दूसरों के कारण से नहीं बल्कि निजी कारणों से | अप्रेल फूल की बधाई |

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  11. अप्रेल फूल ! इतना गहरा मज़ाक ना बाबा ना.................... !

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  12. कम से कम एक अप्रैल को आपको ये बात नहीं करनी चाहिए थी, आपकी बात का महत्व घट गया.

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  13. अप्रैल फूल बना रहो हो दोस्त......"

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  14. हा हा

    फुल अप्रैल फूल

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  15. बहुत बड़ा फ़ूल बनाया-क्योंकि हम बनने को तैयार बैठे थे।

    हा हा हा हा

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  16. Well.....

    क्या कहु.... जोर का झटका धीरे से....

    या हलका-फुलका झटका एप्रिल फूल के उपल्क्ष्य में...

    खैर इंतजार करते है वक्त खुद-बखुद बता देगा...

    वैसे चोरी वाली बात जो आपने काही वो आप कबुल करते है या सिर्फ इल्जाम मानते है ... ???

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  17. वैसे अगर आप खुद पर लगाये गये चोरी के इल्जाम से आहात है और ब्लॉगिंग बंद करना चाहते है तो ये आपकी निजी मर्जी, पार ब्लोग को मिटाने कि क्या आवश्यकता? जो अब तक आपने ब्लोग जगत को परोसा है, वो तो उनसे मत छीनिये.... अब चाहे चोरी का ही क्यो न हो...!

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  18. बहुत बड़ा फ़ूल बनाया-क्योंकि हम बनने को तैयार बैठे थे।

    हा हा हा हा

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  19. आप अपना यह ब्लॉग कतई मत बंद करें

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  20. क्या सही में. अप्रैल फूल हो तो अलग बात है परन्तु अगर टिप्पणियों की वजह से ऐसा किया तो इसका मतलब है की आप हार गए उन लोगों से जिन्होंने आपको चोर कहा. मेरी मनो तो लगे रहो. और चलते रहो

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  21. इस पूरे ब्लॉग का xml मिटाने से पहले मुझे भेज दें ताकि मैं एक अलग ब्लॉग बना सकूँ - 'चोरकट ब्लॉग'

    देखिए अब बेवकूफ बन कर, सीरियस होकर कह रहा हूँ - कृपया इस ब्लॉग को बन्द न करें।
    मैं बहुत से ब्लॉग पढता हूँ लेकिन टिप्पणी नहीं करता हूँ। मुझ आलसी पर इस पाप का भार न डालें प्रभु !

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  22. .
    .
    .
    ठीक है, बंद कर ही दीजिये... वैसे भी अपना और हमारा टाईम खोटी करने के अलावा करता क्या था यह ब्लॉग ?

    >>>>>>>>..... :-)

    ReplyDelete
  23. .
    .
    .
    और हाँ हम अप्रैल फूल नहीं बनेंगे आज!
    ........ :)

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  24. हम अप्रैल फूल नहीं बनेंगे आज! !!!हा हा हा हा!!!!!

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  25. अरे भाई...क्या करते हो?....इत्ता बढ़िया तो आपका ब्लॉग चल रहा है...मैं तो आपके ब्लॉग पर दिन में एक मर्तबा चक्कर ज़रूर मारता हूँ....
    और अगर आप ये हम सबका ऐप्रेल फूल बना रहे हैं तो मुआफ कीजिए ..मुझे आपका ये मजाक पसंद नहीं आया :-(

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  26. भई तनेजा जी एप्रिल फुल का मजाक होता ही ऐसा है कि वो अचंभित कर दे और चिढ जाये, वर्ना एप्रिल फुल का मजा कैसे आयेगा....

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  27. सबसे पहले तो आप सभी से क्षमा चाहुन्गा .
    ना मुझे अपनी तारीफ सुननी थी, ना टन्की पे कोइ काम है
    ना ही किसी को फर्क पडाना है ("आप बंद करना चाहते है कोइ बात नहीं किसी को कोइ फर्क नहीं पडेगा |" )

    चून्कि इन्टरनेट बन्द है ये खाली दिमाग की शैतानी थी बस

    पर एक शिकायत है जैसा की ललित जी ने कहा था बिना कोइ हन्गामा किये टिप्पणी नही मिलती मै कह कह के थक गया की ब्लॉग की बेहतरी के लिये अपनी टिप्पणी दिया करे किसी ने ध्यान ही नही दिया . आशा है आगे ध्यान रखेन्गे .

    आपका
    नवीन प्रकाश

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  28. अरे भाई, अभी कोपलों में पत्ते फूट्ने की खुशी है ..अभी शेष है सुलझाने के लिए अंतरिक्ष की असीम गुत्थियाँ......आप जाने की बात करते हैं ?!!

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  29. शायद आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज बुधवार के चर्चा मंच पर भी हो!
    सूचनार्थ!

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